वरध तकत. Aldivan Teixeira Torres
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Название: वरध तकत

Автор: Aldivan Teixeira Torres

Издательство: Tektime S.r.l.s.

Жанр: Биографии и Мемуары

Серия:

isbn: 9788873047537

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      मैं गया और नज़रों को दूसरी ओर फेर लिया और संरक्षक के रहस्यमयी हाव-भाव की परिकल्पना करने लगा। वो खुश दिखाई दे रही थी और ऐसी उम्र में भी खिली हुई दिख रही थी।

      -जैसा की तुम देख सकती हो, मैं यहाँ हूँ। तुम मेरे लिए क्या समाचार लाई हो?

      - जैसा की तुम जानते हो, आज मैं तुम्हें तुम्हारी आखिरी और तीसरी चुनौती सुनाने आई हूँ। यह तुम्हारे पहाड़ में रहने के सातवें दिन होगा क्योंकि यह किसी नश्वर के रहने का अधिकतम समय है। यह बहुत ही आसान है और इन चीजों से मिल के बना है: इस झोंपड़ी को छोड़ने के बाद उसी दिन इंसान या राक्षस जिससे पहले तुम्हरे सामना हो उसे मार दो। नहीं तो तुम गुफा में प्रवेश करने के लिए लायक नहीं रहोगे जो तूम्हारी इच्छाओ को पूरा करती है। क्या कहते हो तुम? क्या यह आसान नहीं है?

      - कैसे भला? मारना? क्या मैं कोई कातिल दिखता हूँ?

      - यह गुफा में तुम्हारे प्रवेश करने का केवल यही तरीका है। खुद को तैयार कर लो क्योकि अब सिर्फ दो ही दिन बचे हैं।

      एक 3.7 तीव्रता के भूकंप ने पहाड़ के चोटी को पूरा हिला के रख दिया। भूकंप की वजह से मुझे चक्कर आने लगे और मुझे लगा की मैं बेहोश हो के गिरने वाला हूं। ज्यादा से ज्यादा विचार मन में आ रहे है। मैं अपनी ताकत कम होते हुए महसूस कर रहा हूँ और ऐसा लग रहा की मेरे हाथ और पांव किसी ने बाँध कर रख दिए हैं। एक झलक में मुझे ऐसा दिखा कि मैं कोई मजदूर हूँ जो खेतों में काम कर रहा हूँ और सेठों द्वारा सताया गया हूं। मैं बेडियां, खून देख रहा हूँ और अपने साथियों की रोने की आवाज सुन रहा हूँ। मैं अमीरी, गर्व और कर्नलों के विश्वासघात को देख रहा हूँ। मैं स्वतंत्रता के लिए उठ रहे सुरों तथा दबाए गए लोगों को न्याय मांगते भी देख रहा हूँ। यह दुनिया कितनी जालिम है! जहाँ कुछ तो जीतते हैं तो कुछ को सड़ने के लिए भुला दिया जाता है। बेड़ियां СКАЧАТЬ